पग पग रखता आदमी संभालकर, भविष्य से चिंतित, इतिहास से हारकर, समय का चक्र घूमे जा रहा है, पानी बहे जा ... पग पग रखता आदमी संभालकर, भविष्य से चिंतित, इतिहास से हारकर, समय का चक्र घूमे जा ...
कब से कुछ लिखने का सोच रहा हूँ चाह कर भी कुछ लिख नहीं पा रहा हूँ कब से कुछ लिखने का सोच रहा हूँ चाह कर भी कुछ लिख नहीं पा रहा हूँ
अब खुद ही मैं टूटता जा रहा हूँ या जमाने से छूटता जा रहा हूँ अब खुद ही मैं टूटता जा रहा हूँ या जमाने से छूटता जा रहा हूँ
फिर एक अजनबी रात में डूब रहा हूँ दिन की तरह, कुछ अपने ख़यालों में गुम कुछ तेरे सवालो फिर एक अजनबी रात में डूब रहा हूँ दिन की तरह, कुछ अपने ख़यालों में गुम क...
प्यार की "आज़म"नहीं की बातें वो ज़ुबां का रोज़ ही तीखा रहा। प्यार की "आज़म"नहीं की बातें वो ज़ुबां का रोज़ ही तीखा रहा।
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।